स्वस्थ्य किडनी बनाये रखने के लिये दिलचस्प स्वास्थ्य सुझाव View in English

गुर्दे की पथरी एक ठोस समूह पिंड हैं, जो अधिकतर गुर्दों में होती हैं, लेकिन कभी-कभी मूत्रवाहिनी में भी विकसित हो सकती हैं। गुर्दे की पथरी, कैल्शियम ऑक्सलेट, कैल्शियम फॉस्फेट, यूरिक एसिड, स्ट्रुवाइट (जीवाणु संक्रमण या बैक्टेरियल इंफ्कैशन के कारण यूरिया, कैल्शियम, मैगनिशियम, फॉस्फेट बढ़ कर पथरी बन जाता हैं) और सिस्टीन (सिस्टीन नामक अमीनो ऐसिड़ के गुर्दे, मूत्रवाहिनी और मूत्राशय में जमा होने से यह वंशानुगत रोग होता हैं) पथरी हो सकती है। गुर्दे में पथरी बनने की जोखिम को कम करने के लिये भरपूर पानी पीजिये ।