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इन उपायों को अपनाएं, सर्दी जुकाम को दूर भगाएं !

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इन उपायों को अपनाएं, सर्दी जुकाम को दूर भगाएं !

सर्दियों के शुरू होते ही आमतौर पर सर्दी-जुकाम की समस्या बढ़ जाती हैं । नवजात, बच्चे, युवा, वृद्ध, महिलाएं सभी इससे परेशान रहने लगते हैं। सर्दी जुकाम की स्थिति में इलाज कराया जाए या नहीं इसको लें कर भी उधेड़बुन रहती हैं । वैसे यदि आप सर्दी या जुकाम से इलाज चाहते हैं, तो कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर इससे निजात पा सकते हैं। सभी वर्ग के लोगों के लिए घरेलू उपचार में प्रयोग में लाई जाने वाली चीजें एक ही होती हैं। बस इसको उपयोग करने का तरीका अलग होता हैं ।

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नवजात बच्चों को सर्दी से बचाने के घरेलू उपाय :
  1. आराम करें : सर्दियों में आराम काफी लाभकारी होता हैं, इससे शरीर की ऊर्जा बचती हैं । नवजात को अगर लंबे समय तक सोने दिया जाए तो, उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं ।
  2. अधिक तरल पदार्थ का सेवन : छह महीने से कम उम्र के बच्चों को मां का दूध पिलाना चाहिए । सर्दी के वक्त नवजात को ज्यादा पानी नहीं पिलाना चाहिए, क्योंकि इससे शरीर में इलेंक्ट्रोलाइट असंतुलित हो जाता हैं । ऐसे में नवजात को मुख के माध्यम से इलेंक्ट्रोलाइट पिलाना चाहिए ।
  3. नमकीन घोल : नाक के रास्ते को साफ करने के लिए नमकीन घोल डालना चाहिए । यह नमकीन घोल गर्म पानी, नमक का बना होता हैं, इसे 24 घंटों में दो बार इस्तेमाल में लाना चाहिए ।
  4. मालिश : तीन महीने से कम के नवजात को सर्दी के समय गर्दन, पीठ और सीने पर गर्म तेल से मालिश करनी चाहिए । दो साल से कम उम्र के बच्चों को सर्दी व जुकाम होने पर पेट्रोलियम जेली व अन्य प्रकार के बाम का इस्तेमाल किया जा सकता हैं ।
बच्चों को सर्दी से बचाने के कुछ घरेलू उपाय:
  1. ज्यादा से ज्यादा आराम करें
  2. अधिक तरल पदार्थ का सेवन, जैसे कि रस, गर्म दूध, पानी का सेवन करें
  3. नमकीन घोल
  4. शहद : 12 महीने से ज्यादा उम्र के बच्चों को सर्दी में शहद देंना चाहिए दो से पांच वर्ष के बच्चों को आधा चम्मच शहद, 6 से 11 साल के बच्चों को एक चम्मच और 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों को 2 चम्मच शहद देंना चाहिए।
  5. सिर ऊंचा करके सुलाएं : 12 महीने से अधिक उम्र के बच्चों को सर्दी होने पर सिर ऊंचा करके सुलाना काफी लाभकारी होता हैं, इससे बच्चों को सांस लेंने में दिक्कत नहीं होती और वो अच्छी नींद सो सकते हैं ।
  6. नमक के पानी से करें गरारे : चार साल से बड़े बच्चे को सर्दी होने पर नमक के पानी से गरारे कराने चाहिए, इससे उनके सूखे गलें को आराम मिलता हैं ।
  7. नाक झटकना : यह प्रयास दो वर्ष के कम उम्र के बच्चों के साथ करना चाहिए, जो खुद अपनी नाक साफ कर पाने में सक्षम न हों ।
  8. युमीडीफॉयर /वैपोराईज़र/ भाप स्नान : इन सब के उपयोग से, सूखे कमरे में नमी पैदा होती हैं, इससे नाक के रास्ते गंदगी बाहर आने लगती हैं और सांस लेंने में काफी आसानी होती हैं । सर्दी के वक्त बच्चों को लाभ दिलाने के लिए कम से कम 15 मिनट तक भाप से स्नान कराना चाहिए ।
  9. मालिश : सर्दी के समय कपूर और पुदीने का सत (मेंथोल) की मालिश हर उम्र के लोगों के लिए लाभकारी होती है, लेंकिन इससे दो साल से कम उम्र के बच्चों को तत्काल राहत मिलती हैं ।
  10. नेती पॉट : इसका प्रयोग चार वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के साथ किया जाना चाहिए। इसमें चीनी मिट्टी या धातु के बर्तन में नमक का पानी रखकर नाक साफ करनी चाहिए ।
  11. खरास वालें गलें के लिए आरामदायक भोजन : सर्दी के दौरान चिकन सूप, सेब का रस, हल्का गुनगुना पानी, पॉपसिकल्स, आइसक्रीम आदि गलें को राहत देंते हैं । यह छह महीने से अधिक उम्र के बच्चों के लिए काफी लाभकारी होता हैं ।
वयस्कों के लिए सर्दी से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय :
  1. अधिक से अधिक आराम दें
  2. भाप लेंना
  3. मालिश
  4. नेती पॉट
  5. शहद
  6. सिर ऊंचा कर सोना
  7. नाक झटकना
  8. नमक पानी से गार्गल/ गरारे
  9. खरास वालें गलें के लिए आरामदायक भोजन
  10. ढ़ेर सारा पानी पिए- आयुर्वेदिक चाय जैसे कैमोमाइल, पुदीना, गुलाब की पाखुरी आदि
  11. भाप स्नान
  12. विटामिन की खुराक ।

गर्भवती महिलाओं के लिए सर्दी से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय :
  1. अधिक से अधिक आराम
  2. सिर ऊंचा कर सोना
  3. भाप लेंना- इससे नाक के छिद्र साफ़ होते हैं
  4. अधिक से अधिक पानी का सेवन- विटामिन सी वालें जूस जैसे नारंगी रस, कैफीन मुक्त तरल, शोरबा
  5. नमक के पानी से करें गरारे- खरास वालें गलें के लिए आरामदायक होता हैं
  6. विटामिन- विटामिन में मौजूद जिंक कीटाणु से लड़ता हैं और विटामिन सी आनुवंशिकता को बढ़ता हैं । इंडियन कौंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च रोजाना ४० एम ज़ी विटामिन सी के सेवन की सलाह देंता हैं ।
  7. भाप स्नान
  8. हलके कपड़ो का प्रयोग
  9. ताज़ा लहसुन का सेवन- लहसुन में एंटी वायरल गुण हैं । दालचीनी, इलायची और लौंग में भी ऐसे ही गुण पाये जाते हैं। भोजन में इनका उपयोग लाभकारी हैं।
  • सुझाव

    सर्दी के लिए आयुर्वेदिक चाय

    गुलदाउदी के पत्ते (2 भाग) उबलते हुये पानी में ड़ालें । अब (1 भाग ) पेंपरमिट या ठंड़ाई पर यह पानी ड़ाल कर ५ मिनट तक भीगने के लिये छोड़ दें । चाहे तो स्वाद के लिये इस मे भूरे रंग की चीनी को मिला सकते हैं ।


    अदरक दालचीनी की चाय

    एक कप गर्म पानी में अदरक के 3-4 टुकड़े डालें, उसमे फिर एक दालचीनी डालें, फिर उसमे निम्बू का रस मिलाए और स्वादानुसार चीनी डालें । इस मिश्रण को दिन में दो बार व्यवहार में लाना चाहिए ।


    सर्दी में भाप लेंना काफी लाभकारी होता है

    एक कप गर्म पानी में थोड़ा सा बेकिंग सोडा मिलाए, एक चमच्च नमक डालें अब इस गर्म पानी के भाप को सर के ऊपर तौलिए से ढकर भाप लें ।

    सर्दी के लिए प्याज

    1. प्याज के टुकड़े को चीनी या शहद में मिला कर ढ़क देंवें और उसे रात भर छोड़ दें । इस मिश्रण का सेवन दिन में 3-8 बार करें ।
    2. बड़े लाल प्याज का रस में 1 छोटा चम्मच शहद के साथ मिलायें । इस मिश्रण की एक छोटी खुराक रोजाना सेवन करे, ध्यान रहें बड़ी खुराक ना लेंवें ।
    3. कसे हुये प्याज को तेल में हल्के में तल कर, उसमे एक कप सिरका मिलाए । फिर मक्की के आटे को इस में मिला कर गाढ़ा पेस्ट बनायें । अब इसे मलमल के कपड़े में लपेट कर ढ़क कर रख दें, जिससे इस मिश्रण की गर्माहट निकलने ना पायें । कछ देंर के बाद, इस मिश्रण को छाती और गलें के भाग पर लगा कर, 15 मिनट तक तौलिए से ढ़क कर रखे, इससे काफी लाभ मिलेंगा ।

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