घरेलू नुस्खे, मुँहासों के उपचार के लिये प्राकृतिक और जड़ी बूटीयों की चिकित्सा केअनेक सुझाव देते हैं और साथ में यह भी बतलाते हैं कि बुनियादी घरेलू सामग्री से दवाई कैसे बनायें और कितनी खुराक में उपयोग करें।
घरेलू नुस्खे हमें अल्प तनाव और कम रक्तचाप के लिये, जड़ी बूटी से संबंधित प्राकृतिक इलाज प्रदान करते हैं।
एलर्जी (प्रत्यूर्जता) किसी भी आयु वर्ग में हो सकती हैं और इसे मौसमी, आनुवंशिक और बारहमासी के रूप में वर्गीकृत किया जाता हैं। एलर्जी विभिन्न कारकों के कारण होती हैं, उनमें पराग, भोजन, लेटेक्स, धूल, पशु, कुछ कारक हैं।
घर बैठे फटे होठों से कैसे पाएं निजात ! सर्दी के मौसम में होठों का फटना, रूखा होना, होठ की ऊपरी परत का लाल होना आम लक्षण हैं । होठों पर पतली चमड़ी की परत होती हैं इसलिए रूखे होने पर फटने की संभावना और बढ़ जाती हैं।
पीठ दर्द काफी दुःखदायी होता हैं। पीठ दर्द के कारण लोगों को रोजाना के कामों में काफी परेशानी उठानी पड़ती हैं। इसकी वजह से चलना फिरना तक मुश्किल हो जाता हैं। लेकिन घबराइए नहीं, क्योंकि हम लाए हैं आपकी इस जटिल समस्या को दूर करने के आसान उपाय । तो लीजिए आपके सामने हैं , पीठ दर्द दूर करने के घरेलू उपाय जिन्हें अपनाने से आपको पीठ दर्द में तुरंत राहत मिलेगी।
जड़ी बूटियों के माध्यम से, अम्लता का इलाज, प्राकृतिक तरीके से घर में ही किया जा सकता हैं। इन घरेलू सुझावों का पालन करें और अपनी अम्लता नियंत्रण में रखें।
“मधुमेह रेटिनोपैथी” का, मधुमेह के कारण आँख के पीछे के पर्दे में परिवर्तन आता हैं, इस संदर्भ में प्रयोग किया जाता हैं।
क्या आप प्राकृतिक तरीके से टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं? तो यहाँ बतलाई हुई ये तीन सबसे अच्छी जड़ी बूटियाँ, आपके इस काम में आपकी मदद कर सकती हैं ।
वैश्वीकरण और बदलती जीवन शैली के साथ, अब विकासशील देशों में यह बीमारी बहुत आम हैं। भारत और चीन में मधुमेह रोगियों की संख्या सबसे अधिक हैं, आज भारत को विश्व की मधुमेह राजधानी के रूप में जाना जा रहा हैं।
'कृत्रिम प्रजनन तकनीक' एक नई आशा, 'बंजर' कही और जानी जाने वाली, महिलाओं के लिये-दक्षिण भारत की अग्रगामी डॉ. कमला सेल्वराज की प्रेरणा और संघर्ष के बारे में पढ़िए ।