वेनेसा जोंस द्वारा लिखित | शैला श्रॉफ द्वारा समिक्षित लेख on Aug 2 2016 5:30AM
एसिडिटी क्या हैं ?
पेट सामान्य रूप से एक प्रकार के एसिड (अमल) स्रावित करता हैं,जो कि पाचन प्रक्रिया में भोजन को तोड़ने व पचाने में मदद करता हैं। जब पेट की गैस्ट्रिक (जठरिक) ग्रंथियाँ अतिरिक्त एसिड (अमल) बनाने लगती हैं, तब इस हालत को एसिडिटी (अम्लता) के रूप में जाना जाता हैं। अपच, छाती में जलन और अल्सर इसके लक्षणों में से कुछ हैं। इस के कई लक्षणों में से अपच, छाती में जलन और अल्सर इत्यादि हैं। अत्यधिक भावनात्मक, धैर्यहीन और बेचैन व्यक्तियों में यह आम बात हैं।
एसिडिटी (अम्लता) के सामान्य कारण :
- शराब पीने से
- अत्यधिक मसालेदार खाद्य पदार्थ के सेवन से
- मांसाहारी भोजन से
- नॉन-स्टेरायडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवा के कारण
एसिडिटी (अम्लता) के होने के आम कारण :
- खाने के बाद
- वजन उठाने या दबाव के दौरान पेट के अंदर के भाग में दबाव पड़ने से
- रात में सोने के वक़्त
- पेट में जरुरत से ज्यादा एसिड के स्राव से अलसर होता हैं ।
एसिडिटी दूर करने के घरेलू नुस्खे :
सलाह 1 :
तीन वक़्त के भोजन के बाद गुड़ ले और उसे मुंह में रख कर चूसे, इससे एसिडिटी में राहत मिलेगी ।
सलाह 2 :
एक कप पानी को उबाले और उसमे एक चमच सौंफ मिलाए। मिश्रण को रात भर ऐसे ही छोड़ देवें । मिश्रण के सेवन से पहले उसमे शहद मिलायें और फिर दिन में तीन बार लेवें।
सलाह 3 :
एक लीटर पानी में एक चम्मच शाह जीरा मिलाए, इस मिश्रण को 15 मिनट तक उबलने दे, फिर इसे गर्म ही पियें । इस मिश्रण का 5-6 दिनों तक, दिन में 2-3 बार गर्म सेवन करना चाहिए ।
सलाह 4 :
एक लौंग और एक इलायची का पाउडर बनायें और हर खाने के बाद इस मिश्रण को मुख-वास की तरह उपयोग करें। इससे न एसिडिटी होगी और न ही बदबूदार सांस की समस्या होगी ।