एक नए अध्ययन के अनुसार, दिल के दौरों के मरीजों के पुनः स्वास्थ्य लाभ की योजना मे जब उनके जीवन साथी शामिल होते हैं तो वे सबसे अधिक सफल होते है।
शोधकर्ता कृत्रिम मांसपेशियों को प्रत्यारोपित करने पर काम कर रहे हैं, जिससे सारकोपीनिया (उम्र के साथ शरीर के कंकाल या अस्थि-पंजर की मांसपेशियों का घटना) उपचार के विकल्प बदल सकते हैं।
जो लोग कीड़े और रोगाणुओं से चिढ़ते हैं, वे लोग कोरोनोवायरस महामारी के दौरान निवारक उपायों में अधिक संलग्न पाए गए हैं, जैसे कि लगातार हाथ धोना और एक दूसरे से दूरी बनाये रखना ।
भोजन, कोविड-19 संक्रमण के संचरण का एक प्राथमिक स्रोत नहीं हो सकता है, लेकिन सार्स-कोविड-2 वायरस, भोजन के परिवहन और भंडारण से जुड़े समय और तापमान के बावजूद भी बच सकता है। जो लोग इन संक्रमित भोजन की पैकिंग या खाने से जुड़े हुये हैं, वे लोग इस रोग से संभावितः संक्रमित हो सकते हैं।
यूनिसेफ, कोविड-19 वैक्सीन की विश्वव्यापी आपूर्ति में मदद करेगा
कोविड-19 की वैक्सीन वितरण की निगरानी करने के लिए, कोविन-20 मोबाइल ऐप शीध्र ही डिजिटल लॉंच किया जायेगा । यह सुनिश्चित करेगा कि सभी भारतीय नागरिकों को वैक्सीन का टीका लगे।
जिम प्रशिक्षक ने कहा कि अब लोग बंद के दौरान खोई हुई मांसपेशियों और चपलता को फिर से शीघ्र हासिल करने की मानसिकता के साथ आ रहे हैं। लेकिन, उनकी उत्सुकता अगर रोकी नहीं की गई, तो उन्हें रेबडोमायोलिसिस जैसी तीव्र स्वास्थ्य हानीकारक स्थिति का सामना करना पड़ सकता हैं।
कोरोनावायरस को एक तीव्र उत्तेजक, संवेदनशील बीमारी के रूप में पहचाना जाना चाहिए। जो संक्रमण की गंभीरता के फलस्वरूप प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं में अपचयन का कारण बन कर, वायरस से सुरक्षात्मक प्रतिरक्षा विकसित ना करने में असमर्थ हैं।
कोरोनिल नामक आयुर्वेदिक औषधी, बाबा रामदेव द्वारा संचालित पतंजलि आयुर्वेद संस्थान ने विकसित की हैं। दवा का उपयोग सैकड़ों वायरस से ग्रस्त रोगियों पर किया गया और 100 प्रतिशत अनुकूल परिणाम मिले हैं।
क्या पालतू जानवरो से या चिकन खाने से कोविड़-19 का संक्रमण हो सकता है? विशेषज्ञों के अनुसार कोरोनोवायरस के प्रकोप से पशु धन और मुर्गी पालन में कोई ध्यान देने योग्य संक्रमण नहीं होता हैं।
कोविड़-19 महामारी: विशेष रूप से कैंसर के मरीजों को इस घातक कोरोनावायरस से संक्रमित होने की अत्य अधिक जोखिम हैं।
मेलबर्न विश्वविद्यालय और रॉयल मेलबोर्न अस्पताल के शोधकर्ताओं के नेतृत्व में किये गये एक नए अध्ययन में, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के पहले नोवेल कोरोनावायरस के रोगियों में से एक की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को संलेखित किया गया, जो शरीर को वायरस से लड़ने और संक्रमण से उबरने की क्षमता दिखा रहा था।
कोविड़-19 के प्रकोप के दौरान घर की चार दीवारों के भीतर सीमित रहना और सामाजिक अलगाव, आपके बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता हैं। यहाँ प्रश्न उत्तर के द्वारा कुछ सरल सुझाव दिए गए हैं जो बच्चों को महामारी के तनाव से निपटने में मदद करेगें।
एक नए अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार, कोरोनावायरस कई घंटों तक हवा में रहता है और कुछ सतहों पर घंटों से लेकर, दिनों तक रह सकता है, यह पदार्थ पर निर्भर करता हैं।
एक नये अध्ययन के अनुसार, लोग जिनके रक्त का समूह ‘ए’ हैं, उनमें कोरोनावायरस (कोविड़ -19 ) होने की अधिक संभावनायें हैं। हालांकि, रक्त समूह ’ओ’ वाले लोगो में इस घातक वायरस से संक्रमित होने की जोखिम कम हैं।
कोविड़-19 के प्रकोप ने दुनिया भर में भय और चिंता पैदा की है। कोरोनावायरस संकट के दौरान चिंता को दूर करने के लिए इन पांच सरल तरीकों की जाँच करें। अपने मानसिक तनाव को बेहतर रखने के लिए घर पर शांत और सुरक्षित रहना सुनिश्चित करें।
कोविड़-19 के प्रकोप के दौरान घर से काम करने से आप अधिक खा लेते हैं। हर कोई कोविड़-19 महामारी के दौरान स्वस्थ रहना पसंद करता है। लेकिन, हम क्या खाते हैं और हम कितना खाते हैं, यह बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। यहाँ सामाजिक दूरी के दौरान स्वस्थ और समझदारी से खाने के कुछ तरीके।
सरकार 21 दिनों की घरबंदी का उपयोग महामारी से लड़ने की रणनीति में अपर्याप्ततासे जुड़े मुद्दों को सुलझाने में करें, अन्यथा महाविनाश
कोविड़-19 की गंभीर फेफड़े की संक्रमणता से ग्रस्त रोगीयों को उल्टा या अधोमुख सुलाने से उनमें सुधार
लंबे समय तक भय और चिंता, जो कोरोनावायरस महामारी जैसे प्रमुख तनावों द्वारा होती हैं, इस से न केवल एक व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव हो सकता हैं, बल्कि आदमी के शुक्राणु रचना पर भी इसका स्थायी प्रभाव हो सकता हैं, जो उनके भविष्य की वंश प्रणाली को प्रभावित कर सकता हैं।
क्या यह कोरोना समय हैं या पारिवारिक समय हैं? संयुक्त परिवार का एक ईकाई के रूप में कोरोना से बचने का समय हैं। कोविड़-19 महामारी के दौरान सामाजिक अलगाव आपके समग्र मानसिक स्वास्थ्य और भलाई को प्रभावित कर सकता हैं। इसलिए, कोरोना वायरस प्रकोप के बीच अकेलेपन और ऊब को दूर करने के लिए सामाजिक एकाकीपन के दौरान परिवार के साथ पर्याप्त समय बिताना सुनिश्चित करें।
कोविड़ -19 स्वच्छता युक्तियां: कोरोनावायरस आपके हाथों और फोन पर रह सकते हैं। इसलिये तुरंत शराब से या कीटाणुनाशक पदार्थ से अपने फोन को पोंछ कर कीटाणुरहित करें।
कोविड़-19 महामारी: : हालांकि सामाजिक अलगाव कोरोनावायरस महामारी से निपटने के लिए सही प्रतिक्रिया हैं, लेकिन लोगों को सामाजिक दूरी के दौरान अकेलेपन और ऊब से छुटकारा पाने के लिए कुछ वैकल्पिक तरीको को खोजने की आवश्यकता हैं।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के.पलानीस्वामी ने राज्य में कोरोनावायरस के प्रसार के खिलाफ एहतियात के तौर पर 31 मार्च तक सभी शैक्षणिक संस्थानों, प्रशिक्षण संस्थानों, चिकित्सा और चिकित्सा से संबंधित संस्थानों को बंद करने का आदेश दिया।
एक नए अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार, नोवेल कोरोना वायरस हवा के कणों में घंटों तक जीवित रह सकता हैं, जिसे एरोसोल के रूप में जाना जाता हैं और यह सारस़ की तरह तेजी से फैल सकता हैं।
शराब से रोसेशा (चेहरे और नाक पर निरंतर लाली रहना), पोरफाइरिया क्युटेनी टारड़ा (सूरज की किरणों से शरीर में छाले हो जाना), तरुण मुँहासे, चक्रिक खुजली और त्वचा जैसे रोग हो सकते हैं।
'कृत्रिम प्रजनन तकनीक' एक नई आशा, 'बंजर' कही और जानी जाने वाली, महिलाओं के लिये-दक्षिण भारत की अग्रगामी डॉ. कमला सेल्वराज की प्रेरणा और संघर्ष के बारे में पढ़िए ।
क्या आप प्राकृतिक तरीके से टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के बारे में सोच रहे हैं? तो यहाँ बतलाई हुई ये तीन सबसे अच्छी जड़ी बूटियाँ, आपके इस काम में आपकी मदद कर सकती हैं ।