यूनिसेफ की मदद से, कोविड-19 वैक्सीन की आपूर्ति 92 निम्न और मध्यम आय वाले
देशों के लिए की जाएगी। ये प्रयास ‘गवी’ नामक कोविड-19 वैक्सीन गठबंधन के
नेतृत्व में किये जायेगे।
यूनिसेफ यह सब डब्ल्यू.एच.ओ, गवी, महामारी तैयारी के लिए गठबंधन (सेपी), पैन
अमेरिकी स्वास्थ्य संगठन (पी.ए.एच.ओ), विश्व बैंक, बिल एंड मेलिंडा गेट्स
फाउंडेशन और अन्य भागीदारों के साथ इन सभी प्रयासों को पूरा करेगा।
यह COVID-19 महामारी के खिलाफ जंग जीतने के लिये सभी सरकारों, निर्माताओं और
बहुपक्षीय भागीदारों के बीच में हुई एक साझेदारी है।
यूनिसेफ, टीकों की आपूर्ति में अपनी अनूठी शक्तियों का लाभ उठा कर यह सुनिश्चित
कर रहा हैं कि वैक्सीन उपलब्ध होने पर सभी देशों को प्रारंभिक खुराक सुरक्षित,
शीध्र और समान मात्रा में पहुंच सके।
कोविड-वैक्सीन की वैज्ञानिक खोज और वैक्सीन की विनिर्माण की समय सीमा अपने आप
में एक ऐतिहासिक कदम होगा, क्योंकि आज तक दुनिया में इतनी शीध्रता से कोई खोज
और उत्पादन नहीं हो सका हैं।
हालांकि, निर्माताओं द्वारा बताई गई समय सीमा, नैदानिक परीक्षण सफलता, धन राशी
की सुनिश्चिती, नियामक और पंजीकरण की सुव्यवस्था पर निर्भर करेगी।
स्रोत-आई.ए.एन.एस