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COVID-19 Pandemic: Simple Ideas to Help Kids Deal with Stress during Coronavirus Crisis
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कोविड़-19 महामारी :बच्चों को महामारी के तनाव से निपटने में मदद करने वाले कुछ सरल सुझाव

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मुख्य अंश:
  • कोविड़-19 लॉक-डाउन के दौरान घर के अंदर रहना आपके बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य को क्षति पहुंचा सकता है।
  • पूरे दिन उन्हें व्यस्त और सक्रिय रखने से उन्हें तनाव और ऊब से उबरने में मदद मिल सकती है
  • अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताये और सुनिश्चित करें कि आप सबका समग्र मानसिक स्वास्थ्य ठीक और संतुलित रहें।
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कोविड़-19 के प्रकोप के दौरान घर की चार दीवारों के भीतर सीमित रहना और सामाजिक अलगाव, आपके बच्चे के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता हैं। यहाँ प्रश्न उत्तर के द्वारा कुछ सरल सुझाव दिए गए हैं जो बच्चों को महामारी के तनाव से निपटने में मदद करेगें ।

इस महामारी के दौरान परिवार सबसे महत्वपूर्ण बात क्या कर सकते हैं?

जब बच्चे अपने जीवन में अनिश्चिता देखते हैं तो चिंतित महसूस करते हैं। यह जरूरी हैं कि उन्हें पूरे दिन व्यस्त और सक्रिय रखे, ताकी उनके तनाव और ऊब को कम किया जा सकें। इसलिए अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताये और सुनिश्चित करें कि आप सबका समग्र मानसिक स्वास्थ्य ठीक और संतुलित रहें।
इस महामारी के द्वारा उत्पन्न हुये मानसिक और भावनात्मक परिणामों के कारण, माता-पिता को सामाजिक दूरी बनाए रखते हुए, अपने बच्चों के लिए घर पर दूरस्थ शिक्षा को अपने पारिवारिक जीवन का एक सामान्य हिस्सा बनाना सीखना आवश्यक होगा। यहाँ आपके लिए कुछ सुझाव हैं:- अभी जब बच्चे घर पर हैं तो एक अभिभावक होने के नाते, हम बच्चों के लिए एक नई दिनचर्या बना सकते हैं। बच्चे भले ही स्कूल ना जा रहे हो, लेकिन उनके उठने के समय को अनुशासित करें-सामान्य से थोड़ी देर बाद, लेकिन दोपहर को नहीं। सुबह की सामान्य स्वच्छता दिनचर्या को जारी रखें, सोने के कपड़े ना पहने क्योंकि इस से दिन में सुस्ती पैदा होती है और समय पर भोजन दें। दिनचर्या बनाते समय ध्यान रखे की यह बहुत कठिन ना हो, थोड़ी लचीली हो ताकी घर के सभी लोग, इसका हर दिन पालन कर सकें। उदाहरण के रूप में:

सुबह 9-10 बजे: मिडिल और हाई स्कूल के बच्चे अपने टीचर की ईमेल चेक करें; छोटी आयु के बच्चों के लिये माता-पिता शिक्षकों की ईमेल की जांच करें। पढ़ाई शुरू करते वक्त जो विषय उन्हें पंसद हो उसी से शुरू करें । उदाहरण के लिए, यदि वे गणित से प्यार करते हैं, तो पहले वही पढ़ायें ।
10-10: 15 बजे: अवकाश
10:15 -11: 15 बजे: पढ़ाई वापिस शुरू करें (अब वह सबक करवाये, जो उन्हें ज्यादा पसंद न हो। इस पर पढ़ाई खत्म करने के बजाय इसे पहले ही पूरा कर लें।)
11: 15-11: 30 बजे: अवकाश
11:30 am-12: 30 pm: वापस पढ़ाई शुरू करें
12: 30-1 बजे: दोपहर का भोजन दोपहर
1-2 बजे: अवकाश
2-3 बजे: पठन का समय

अगर बच्चों को कोविड़-19 के बारे में डर लगता है तो आप को क्या करना चाहिए?

यदि आपके बच्चे डरते हैं, तो शायद यह इसलिए हैं कि क्योंकि वे घर पर वयस्कों के साथ समाचार सुनते या देखते हैं। जब हम यह सोचते हैं कि वे टीवी नहीं देख रहे हैं, तब भी यह ध्यान रखें कि वे इसे सुन सकते हैं। यदि आप इस के लिये और कुछ नहीं कर सकते हैं, तो यह तो संभव हैं कि आप समाचार सुनना सीमित कर देवें। अपने कान के फोन (ईअरफोन) का उपयोग करें लेकिन टीवी को चालु कर के ना छोड़ देवें। बच्चे की आयु के आधार पर जानकारी साझा करें। बच्चों की चिंताओं को ध्यान से सुनिये और मान्यता भी देवें और अपने बच्चे को आश्वस्त करिये की वे सुरक्षित हैं। यदि आपको घर छोड़ने की जरूरत नहीं है, तो बाहर ना जायें। यदि आपका काम आवश्यक हैं, तो अपने बच्चों को उन उपायों को बताएं जो आप सुरक्षित होने के लिए कर रहे हैं। आप जितना संभव हो उतना अपने बच्चे से बातचीत करें और उनसे कुछ ना छुपायें।

अगर इस समय के दौरान बच्चे की पहले से मौजूद चिंता या अवसाद की स्थिति बढ़ जाती है तो आप क्या करें?

अभी इस महामारी में चिंता करना सभी के लिए बहुत आम बात हैं। हम अपने बच्चों के लिए इसे सामान्य बनाना चाहते हैं। जिन बच्चों में चिंता विकार या अवसाद की समस्या होती हैं, वे भी बाकी लोगों की तरह ही डर, चिंता या उदासी का अनुभव करते हैं। यदि आप चिंतित हैं कि यह चिंता उनमें अत्यधिक हो रही हैं, तो निम्न प्रयास करें:

1. बच्चों को अपनी चिंताओं, आशंकाओं या दुःख भरे विचारों को लिखने के लिये प्रोत्साहित करें और फिर दिन के दौरान उनके साथ बैठ कर इसकी समीक्षा करें। कभी-कभी अपनी चिंताओं, को बस लिखने और किसी के सुनने मात्र से ही मदद मिलती हैं।

2. याद रखें कि सामाजिक दूरी और सामाजिक अलगाव एक समान नहीं है। यदि आप घर से काम कर रहे हैं, तो उसी कार्यक्षेत्र में काम करने का प्रयास करें जिसमें आपके बच्चे काम कर रहे हैं। फेस-टाइम का उपयोग करें ताकि बच्चे फोन पर अपने सहपाठियों के साथ होमवर्क कर सकें।

3. इस महामारी के दौरान कई क्लिनिक टेलीहेल्थ का उपयोग कर रही हैं। यह देखने के लिए, एक मानसिक स्वास्थ्य प्रदाता से संपर्क करें कि क्या आपके बच्चे को चिकित्सा सत्रों की आवश्यकता है या नहीं और यदि हो तो क्या वे टेलीहेल्थ से सहायता प्रदान कर सकते हैं।

4. मनबहलाव के साधन और परिवारिक समय उन बच्चों को व्यस्त रखने में मदद करता हैं, जो घर पर अलग-थलग रहने के लिए इच्छुक हैं। पारिवारिक खेल खेलें। नेटफ्लिक्स, अमेज़न प्राइम, हुलु या नियमित टीवी भी इस दौरान आपके सहयोगी हो सकते हैं। उन्हें उन शो से परिचित कराएँ जिनसे आप प्यार करते थे और पुराने खेलों को वर्तमान खेलों के स्थान पर प्रसारित किया जा रहा हैं, उन्हे साथ में बैठ कर देखें और खेलें।

स्रोत-न्यूज़वाइज़

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