कोविड़-19 महामारी का वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और अनुसंधान प्रणालियों पर हानिकारक प्रभाव पड़ा है और बीमारी के लिए अभी भी कोई सटीक उपचारिक योजना या रणनीति नहीं है। वर्जीनिया कॉमनवेल्थ यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता मसूद मंजिली ने इम्यूनोलॉजी जर्नल में एक अध्ययन प्रकाशित किया है।
कोविड़ -19 के मुख्य लक्षण फ्लू जैसे हैं और 90 प्रतिशत से अधिक संक्रमित व्यक्ति जो ठीक होते हैं उनमें मुख्य लक्षण या गंभीर शोचनीय लक्षण नहीं होते हैं। आमतौर पर संक्रमण में, प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमण को सीमित करने के लिए, तत्काल उत्तेजक प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं के द्वारा 7-10 दिनों के भीतर ही वायरस के खिलाफ दीर्घकालीन सुरक्षात्मक प्रतिरक्षा विकसित करती हैं।
कोविड़-19 रोगियों में घातक लक्षण और कारण:
- सेप्सिस-जैसे साइटोकिन तूफान (प्रतिरक्षा प्रणाली का एक गंभीर अतिरेक)
- संवेदनशीलता कारकों वाले व्यक्ति
- 65 वर्ष से अधिक आयु और लिंग
- खून के थक्के
- श्वसन या हृदय संबंधी जटिलताएँ
- अव्यवस्थित प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया
- अंतर्निहित स्वास्थ्य जटिलताएँ
जब संक्रमण पुराना हो जाता है तो प्रतिरक्षा प्रणाली क्षतिग्रस्त हो कर ऊतक क्षति या अव्यवों की विफलता का कारण बनती है। एक विकृत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया ही कोविड़-19 के रोगीयों में मृत्यु का प्राथमिक कारण है।
प्रभावी चिकित्सीय योजना:
- समझ कर सफलतापूर्वक संक्रमण या सूजन का नियंत्रण
- दवाईयों का प्रयोग जो वायरस को लक्षित करती हैं या उत्तेजक प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं को दबाती हैं
- उत्तेजक प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं को दबाने वाली दवाई लॉसारटन (रक्तचाप के लिए) के साथ-साथ कॉनवलेसेंट प्लाज्मा का संयोजन
यह गंभीर नैदानिक लक्षणों की रोकथाम का उपचार होगा और रोगियों में वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा विकसित करने में सहायता होगी ।
स्रोत: आई.ए.एन.एस