पूजा श्रीवास्तव बनर्जी द्वारा लिखित | शैला श्रॉफ द्वारा समिक्षित लेख on Aug 30 2016 5:33AM
दांत टूटने की वजह क्या हैं …
टूटा हुआ दांत दर्द का सबसे बड़ा कारण होता हैं । किसी कठोर व अत्यधिक ठोस वस्तु को चबाने और मुंह पर बड़ी चोट लगने से दांत अक्सर टूटते हैं । टूटे दांत की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं । इसके अतिरिक्त भी दांतों के टूटने के कई कारण हैं ।
- किसी कठोर वस्तु जैसे बर्फ
- मिठाई
- मीट की हड्डी को दांतों से पीसने से मसूंड़े कमजोर हो जाते हैं
- जिससे मुंह के तापमान में अचानक परिवर्तन होने लगता हैं, खास करके ठंड़ से और दांत कचकने या टूटने लगते हैं । कई बार दांत मीठी चीजों के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं। दर्द ग्रस्त दांत के पास के मसूड़े कभी-कभी सूज भी जाते हैं।
दांतों में दर्द के कारण :-
दांतों में दर्द का सबसे बड़ा कारण उनमें सड़न और छेद हैं। फोड़े, टूटा या क्षतिग्रस्त दांत, शिरानाल (साइनस) संक्रमण और मसूड़ों में बीमारी के कारण भी दांतों में दर्द होता हैं। दांतों के सफेद भाग के नीचे जो कड़ी परत होती हैं, वह दंत धातु हैं। इसके नीचे नर्म टिश्यू (मांस-तंतु जो गुदे की तरह होता हैं), जो नसों और दांत की रक्त वाहिकाओं से भरा रहता हैं ।
टूटे दांतों में बाहर के कड़े मांस-तंतु (टिश्यू) क्षतिग्रस्त हो जाते हैं, जिससे भोजन चबाने के दौरान गुदा प्रभावित होता हैं । इससे दांतों के गुदे को नुकसान होता हैं और जो कि खुद ठीक नहीं हो सकता हैं । कुछ कठोर खाद्य पदार्थ चबाते समय टूटे दांतों में दर्द होता हैं और कभी-कभी वे अस्थाई रूप से संवेदनशील भी हो जाते हैं ।
दांतों का दर्द, ऐसे होगा दूर:-
- दांतों के दर्द में नीबू काफी लाभकारी होता हैं और उससे दांतों में सड़न भी नहीं रहती, जिससे दांत स्वस्थ बने रहते हैं ।
- दर्द प्रभावित दांत के उपर लौंग और लहसुन का तेल रखने से दर्द में काफी राहत मिलती हैं ।
- दांत के छेद वाले भाग पर लहसुन का पेस्ट बनाकर सीधे रखने से भी दर्द में लाभ मिलता हैं ।
- बेबैरी और सिरका के मिश्रण को दर्द के स्थान पर लगाने से भी दर्द में लाभ मिलता हैं ।
- दर्द वाली जगह पर हींग लगाने से भी दर्द दूर होता हैं ।
दांत में संक्रमण को दूर करने के उपाय:-
मुंह में संक्रमण से दांतों में दर्द होता हैं, इस दर्द को कम नहीं आंकना चाहिए या फिर इसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए ।
- दांतों के दर्द में गेंदे के फूल की पत्तियां भी काफी लाभकारी होती हैं ।
- लौंग के तेल का रोगाणु रोधक (एंटिसेप्टिक) गुण दांतों के दर्द व संक्रमण में काफी लाभकारी उपाय हैं । यह दर्द से निजात देकर प्रभावित दांत को सुन्न कर देता हैं ।
- दालचीनी के पाउडर का उपयोग भी आयुर्वेदिक औषधी व मुख धावन (माउथवाश) के रूप में किया जा सकता हैं। पाउडर को पानी में मिला दें और उस मिश्रण को मुख धावन (माउथवाश) के रूप में व्यवहार में लाया जा सकता हैं।
- बबूल के पेड़ की छाल दांत में दर्द की लाभकारी आयुर्वेदिक दवा हैं । इससे दर्द में तत्काल राहत मिलती हैं । दांतों में किसी प्रकार से रक्त के प्रवाह को रोकने के लिए भी इसे प्रयोग में लाया जाता हैं ।
- खराब दांतों के लिए सेब का सिरका भी आयुर्वेदिक दवा के रूप में उपयोग में लिया जाता हैं । इसे माउथवाश के रूप में व्यवहार में लाया जाता हैं, जो सलइवा के साथ मिलकर संक्रमण के श्रोत को ठीक करता हैं ।
- आंवला और कपूर का पत्ता दो ऐसे रोगाणु रोधक (एंटिसेप्टिक) हैं, जो दांतों के दर्द में काफी राहत देते हैं और साथ ही दर्द वाले स्थान को सुन्न कर देते हैं ।
टूटे व सड़ांध भरे दांतों का कैसे रखें ध्यान:-
- टूटे दांत को उसके उपरी सिरे से पकड़ना चाहिए । उसकी जड़ को छुना और हिलाना नहीं चाहिये।
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टूटे दांत पर तेजी से ब्रश न करें । इससे दांतों को और नुकसान पहुंचेगा ।
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यदि टूटा हुआ दांत गंदा हो तो उसे दूध व नमक के पानी से धोएं, इससे लाभ मिलेगा ।
- कुल्ला करने के लिए पानी या शराब का इस्तेमाल न करें ।
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किसी साफ कपड़े या भीगी हुई चायपत्ती की बैग को टूटे दांत के ऊपर रख कर, थोड़ी देर जोर से दबा कर रखने से टूटे दांत का हिलना बंद हो जाएगा ।
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अगर आपको इस बात की जानकारी नहीं कि कैसे टूटे दांत को ठीक करना चाहिए तो दांतों को गाल और मसूड़ों से दबाए रखें और यथाशीघ्र डाक्टर से संपर्क करें।
टूटे दांतों का घर में ऐसे करें उपचार :
टूटे दांतों को घर पर भी ठीक किया जा सकता हैं पर इसके बावजूद भी डाक्टर से सलाह लेनी जरूरी होती हैं, क्योंकि टूटे दांतों में काफी प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं ।
- घाव का तुरंत ख्याल रखें । कहीं सूजन होने पर उस स्थान पर आइस पैक से भरे बैग से सिकाव करें । इससे दर्द में राहत मिलेगी । यदि इतने में दर्द नियंत्रण में नहीं आता हैं, तो दर्द निवारक दवाओं को उपयोग में लाना चाहिए ।
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यदि दांत का कोई भाग या कोना किसी वजह से टूट जाता हैं, तो एमरी बोर्ड से दांत को घस देवें, इससे दांत देखने में खराब नहीं लगेंगे । इससे दांतों को भविष्य में होने वाले नुकसान से बचाया जा सकता हैं। एमरी बोर्ड का इस्तेमाल सावधानी से करें, दांतों को ज्यादा न घसें।
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टूटे दांतों के हिस्से से चबाने व उस भाग को व्यवहार में लाने से बचें। मुलायम, कम चीनी और अधिक गर्म व अधिक ठंडी चीजों का इस्तेमाल खाने में न करें ।
दांतों के टूटने को कैसे रोकें ?
- यह संभव नहीं कि दांतों के टूटने को एकदम ही रोका जा सके पर कुछ ऐसे उपाय हैं ।
- जैसे माउथ गार्ड पहनना और कठोर चीजों को चबाने से बचने से दांतों के टूटने की संभावना को कम किया जा सकता हैं ।