Dr. Smitha S. Dutt द्वारा लिखित | Shaila Shroff द्वारा समिक्षित लेख on Oct 3 2017 2:31AM
मधुमेह का परिचय
मधुमेह के बारे में आम जनता का ज्ञान, केवल इंसुलिन की कमी और रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि, इस सामान्य तथ्य तक ही सीमित हैं। आम आदमी, इंसुलिन को मधुमेह के इलाज के लिए एक जादूई शब्द मानता हैं। यदि उनसे पूछें कि क्या वह मधुमेह के सटीक लक्षण या चेतावनी के संकेतों को जानते हैं, तो उन्हें उसके बारे में कुछ भी पता नहीं होता हैं।
तो आइए हम उन संकेतों और लक्षणों के बारे में पता लगाएं जो मधुमेह बढ़ने के संभावित खतरे का सुझाव दे सकते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
जरूरी नहीं हैं कि टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित हर व्यक्ति में यह सभी लक्षण दिखाई दे। इन लक्षणों की तीव्रता टाइप 2 मधुमेह से पीड़ित व्यक्तियों के बीच भिन्न हो सकती हैं , और उनमें से शायद कुछ ऐसे लोग भी हो सकते हैं जिनमें इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई नहीं देता।
इसलिए यदि आप मधुमेह की इन किसी भी चेतावनी के संकेतों का अनुभव करते हैं, तो कृपया बिना देरी किये तुरन्त मधुमेह रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें।
यहां मधुमेह की 10 प्रमुख चेतावनी संकेतों की एक सूची दी गई हैं
1.धुंधली दृष्टि- उच्च रक्त शर्करा के कारण ऊतकों या टिश्यु से तरल पदार्थ बाहर निकलता हैं, जैसे कि आँखें। आँखें फोकस या केन्द्रित करने में विफल हो जाती हैं क्योंकि आँखों के लेंस में परिवर्तन हो जाता हैं। प्रारंभिक चरणों में, इसका कोई खास असर नहीं होता,लेकिन समय बीतने के साथ, बिना उपचार के, व्यक्ति की दृष्टि कमजोर हो जाती हैं जो कि अंततः अंधेपन में परिवर्तित हो जाती हैं ।
2. संक्रमण की बढ़ी हुई घटना-रक्त शर्करा का बढ़ा हुआ स्तर बैक्टीरिया या कीटाणु विकसित करता हैं या कई गुणा वृद्धि कर देता हैं । वहां पेशाब मार्ग में संक्रमण की होने की अधिक संभावना होती हैं । पुरुष और महिला इन दोनों के शरीर के गर्म नम हिस्सों में फफूंद (डर्मेटोफाइट्स और यीस्ट)पनप जाते हैं, जैसे त्वचा की सिकुड़न, जीभ, छाती के नीचे और उंगलियों और पैर की उंगलियों के बीच। ये घाव बेहद खुजलीदार भी होते हैं ।
3.बारबार पेशाब आना और अत्याधिक प्यास लगना -अधिक रक्त शर्करा, गुर्दों को प्रभावित करती हैं, क्योंकि वे समग्र रक्त शर्करा को संसाधित करने का प्रयास करते हैं। । जब वे अतिरिक्त शर्करा से निपटने में विफल रहते हैं, तब उसे पेशाब में निष्कासित कर देते हैं। रक्त शर्करा का मलोत्सर्जन ऑस्मोसिस प्रक्रिया द्वारा ऊतकों की कोशिकाओं से तरल पदार्थ हटा देता हैं । इसके परिणाम से निर्जलीकरण, शुष्क मुख, प्यास लगने का अहसास होता हैं और इसीलिए बहुत ज्यादा पानी पीने की आवश्यकता पड़ती हैं ।
4.सूजे हुए मसूड़े- उच्च रक्त शर्करा शरीर की संक्रमण से निपटने की क्षमता को भी प्रभावित करती हैं । इसलिए मसूड़े सूज जाते हैं, दांत मसूड़ों से उखड़ने लग जाते हैं, या मसूड़ों में मवाद भर जाता हैं या उनमें फफोले पड़ जाते हैं।
5.हाथों और पैरों में दर्द, संवेदनशून्यता, या सिहरन जैसी अनुभूति होती हैं- यह इसलिए होता हैं क्योंकि जो नसें हाथों और पैरों में रक्त की आपूर्ति करती हैं शर्करा के बहुत अधिक उच्च स्तर के कारण वे क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। इस वजह से पैरों की उंगलियों में संवेदी या स्पर्श की क्षति होती हैं, जिससे अल्सर और घावों के विकसित होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं, जो कभी नहीं भरते।
6.पर्याप्त खाने के बाद भी भूख लगना- रक्त में अधिक शर्करा के कारण शरीर के विभिन्न हिस्सों तक रक्त नहीं पहुंच पाता, जिससे उच्च रक्त शर्करा की उपस्थिति के कारण भूख का अहसास बना रहता हैं । इसके अतिरिक्त, बारंबार पेशाब करने के कारण भी रक्त शर्करा की उच्च दर में क्षति होती हैं ।
7.वजन घटना - अक्सर शरीर में से बहुत ज्यादा पेशाब के माध्यम से शर्करा घट जाती हैं और शर्करा की कमी से निरंतर कैलोरी भी कम हो जाती हैं जिसका परिणाम कैलोरी के निरंतर कमी के कारण वज़न के घटने में होता हैं ।
8.क्लांत और थकावट - इसे इस तथ्य से भी समझाया जा सकता हैं कि शरीर में बहुत अधिक पानी और विलेय की कमी हो जाती हैं और शरीर अतिरिक्त शर्करा का उपयोग करने में असमर्थ रहता हैं । इसलिए शरीर में ऊर्जा का उत्पादन कम होता हैं और निर्जलीकरण का प्रभाव व्यक्ति को थकान का अहसास कराता हैं ।
9.मख़मली बनावट की गहरे रंग की त्वचा होना (एकांथोसिस निग्रिकैन्स)-
वे लोग जिनमें मधुमेह विकसित हो रहा हैं वे अपनी त्वचा के विभिन्न हिस्सों में जैसे कि गले, बगल और गर्दन में मखमली बनावट देख सकते हैं। यह परिवर्तन रक्त में इंसुलिन के स्तर में वृद्धि को दर्शाता हैं ।
10. नपुंसकता और स्तम्बन -
मधुमेह से प्रभावित पुरुष तंत्रिका क्षति से संबंधित स्तम्बन दोष और नपुंसकता से पीड़ित हो सकते हैं ।