लू लगना (ऊष्माघात या हीट स्ट्रोक) सभी गर्मी से संबंधित बीमारियों में सबसे गंभीर हैं
लू लगना जान लेवा भी हो सकता हैं ।
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कारण
शरीर के शीतलन तंत्र के विफल होने की वजह हैं-
अत्यधिक नमी
अत्यधिक गर्मी
गर्म धूप में गतिविधि
आंतरिक शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिस के फलस्वरूप ऊष्माघात या हीट स्ट्रोक हो जाता हैं ।
जोखिम के कारण
निर्जलीकरण
शिशु और वृद्ध लोग
लोग जो लंबे समय तक बाहर काम करते हैं
मोटापा
पसीने वाली ग्रंथि के कार्य में रूकावट
हृदय संबंधी विकार
शराब का सेवन
दवाएं ।
लक्षण
शारीरिक तापमान, 1040 फैरनहाईट से अधिक
सरदर्द
चक्कर आना
उलझन
भटकाव
थकान
गर्म शुष्क त्वचा
अगर ऊष्माघात परिश्रम के कारण हैं, तो त्वचा में नमी रहती हैं
तीव्र और उथले श्वास
तेज धड़कन
पसीना न आना
अस्थिर रक्तचाप
चिड़चिड़ापन
अचेतनता या कोमा ।
उपचार
पीड़ित व्यक्ति को एक छायादार स्थान पर ले जायें,
गीले तौलिये से शरीर को बार-बार पोछ (स्पंज) कर शारीरिक तापमान कम करें,
पेड़ू-जांघ का जोड़ और काँख में बर्फ लगायें,
इलेक्ट्रोलाइट, फल, सब्जियों के रस के साथ पानी भी देना चाहिए,
पीड़ित को विश्राम करना चाहिए ।
रोकथाम
अत्यधिक गर्मी के दौरान बाहरी गतिविधि से बचें-
बाहर काम करते समय अधिक से अधिक तरल पदार्थ का सेवन करें,
बाहरी गतिविधियों के दौरान, अपने शरीर पर अक्सर पानी छिड़के,
शराब, कॉफी और सोड़ा पीने से बचें,
हल्के वजन, हल्के रंग और ढीले कपड़े पहनें,
धूप का चश्मा और टोपी पहनकर खुद को सुरक्षित रखें ।
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