मुंहासा शब्द पिटिका की बजाय बोलचाल में ज्यादा प्रचलित हैं,
अवरुद्ध बालों के रोम की वजह से होता हैं,
आमतौर पर युवा वर्ग को प्रभावित करता हैं।
कारण
यौवनावस्था के दौरान सेक्स हार्मोन में वृद्धि,
त्वचा की तेल ग्रंथियों द्वारा अधिक स्राव,
मृत कोशिकाओं और स्राव संक्रमण के कारण बालों के रोम छिद्र अवरूद्ध होने से,
संक्रमित रोम सूज कर मुँहासे हो जाते हैं।
इन कारको से मुँहासे अधिक बिगड़ जाते हैं-
मासिक धर्म के दौरान हार्मोनल परिवर्तन,
मुँहासों को दबाने से,
प्रदूषण और अधिक नमी ,
तेलाय आहार ।
मुँहासे के साथ जुड़े मिथक-
चॉकलेट, जंक फूड, गंदी त्वचा और तनाव से मुँहासें होते हैं,
इन मिथकों को कोई वैज्ञानिक समर्थन प्राप्त नहीं हैं।
इलाज
त्वचा रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें,
आम दवाओं में शामिल हैं -
1. बेंजोईल पेरोक्साइड
2. रेसॉरसिनॉल
3. सैलिसिलिक एसिड
4. सल्फर युक्त दवा ।
त्वचा की देखभाल
त्वचा को हल्की क्रीम से साफ करें,
मुँहासों को दबाने, फोड़ने या रगड़ने का प्रयास न करें,
धूप में झुलसने से बचे,
चिकनाई वाले सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग करें,
फीज़ी या गैस मिले पेय ना पीयें,
एक संतुलित आहार खाएं,
तरल पदार्थ का अधिक सेवन करें।
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