कुत्तों की काटने की और बिल्लियों की संक्रामक होने की संभावनायें अधिक होती हैं
पालतू जानवर, आवारा या जंगली जानवर, जिन्हे प्रतिरक्षित टीके ना लगे हो तो, उनसे रेबीज होने की जोखिम बहुत बढ़ जाती हैं
रैक्कून, स्कंक, लोमड़ी, चमगादड़ भी रेबीज फैलाते हैं ।
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लक्षण
त्वचा का निकलना या रगड़ खाना
खरोंच या जख्म आना
कटना
खून बहना
सूजन या ललाई आना
पानी का बहना ।
इलाज
प्रभावित व्यक्ति को शांत रखिये
घाव का उपचार करने के पहले हाथों को धोये
घाव को साबुन और साफ पानी से धोये
एंटीबायोटिक मलहम लगायें
जीवाणुरहित कपड़े की पट्टी का उपयोग करें
प्राथमिक उपचार के बाद,चिकित्सा जल्दी की जानी चाहिए
टांके भी लग सकते हैं
टेटनस बूस्टर या एंटीबायोटिक दवाओं की आवश्यकता होती हैं
उपचार किस तरह का होना चाहिये यह घाव के स्थान और प्रकार पर निर्भर करता हैं ।
निवारण
जंगली जानवरों को पालतू जानवर के रूप में ना रखें
बच्चों के साथ मित्रवत रहने वाले जानवरों को ही पालतू जानवर के रूप में चुनें
पालतू जानवर को आज्ञाओं का पालन करने के लिए प्रशिक्षित करें
अपने पालतू जानवर को टीका लगवायें
जब पालतू जानवर बच्चों के आसपास हो तो तब उनका ध्यान रखें ।
पालतू जानवरों के साथ शिशु को अकेला न छोड़े।
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