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आंतरायिक उपवास (इंटरमिटेंट फास्टिंग) कैलक्युलेटर

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क्या आप इंटरमिटेंट फास्टिंग के बारे में उत्सुक हैं? हमारा आंतरायिक उपवास कैलकुलेटर, आपको व्यक्तिगत भोजन का समय और दैनिक कैलोरी की आवशयक मात्रा को निर्धारित करनें में मदद करता है ताकि आप इष्टतम परिणामों के लिए अपने उपवास कार्यक्रम को सुनियत तरीके से नियमित कर सकें!

वज़न घटाने के लिए आंतरायिक उपवास

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इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या है?

हमाराआंतरायिक उपवास (IF) कैलक्युलेटर आपको आपकी दैनिक कैलोरी ज़रूरतों, भोजन के समय और उपवास की अवधि के आधार पर व्यक्तिगत जानकारी प्रदान करता है। पारंपरिक आहार का तरीका इस बात पर ध्यान केंद्रित करता हैं कि क्या खाना है, जब कि आईएफ इस बात पर जोर देता हैं कि कब खाना है। इस पद्धति ने अपने कई स्वास्थ्य लाभों के कारण लोकप्रियता हासिल की है, जिनमें वज़न कम करना, बेहतर मेटाबॉलिज़्म, ऊर्जा स्तर और समग्र स्वास्थ्य में सुधार शामिल हैं।(1).

लोकप्रिय उपवास विधियाँ

आंतरायिक उपवास विभिन्न जीवनशैली और लक्ष्यों के अनुरूप विभिन्न दृष्टिकोण प्रदान करता है। अपनी दिनचर्या और आहार संबंधी प्राथमिकताओं के अनुरूप एक विधि चुनें:

  • 16:8 विधि - सबसे लोकप्रिय उपवास विधियों में से एक, इस विधि में 16 घंटे उपवास करना और 8 घंटे की अवधि में भोजन करना शामिल है। उदाहरण के लिए, यदि आप दोपहर 12 बजे भोजन करना शुरू करते हैं, तो आपका अंतिम भोजन रात 8 बजे तक होना चाहिए। यह विधि चयापचय में सुधार करती है, रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करती है और वजन घटाने में सहायता करती है।
  • 18:6 विधि - यह विधि 16:8 का थोड़ा अधिक तीव्र संस्करण; इस पद्धति में 18 घंटे उपवास और उसके बाद 6 घंटे का भोजन का समय शामिल होता है। एक सामान्य कार्यक्रम में दोपहर 1 बजे से शाम 7 बजे तक भोजन करना शामिल हो सकता है। यह विधि वसा जलने की प्रक्रिया को तेज़ कर सकती है। अधिकांश लोगों के लिए रोजमर्रा की जिंदगी में यह विधि करना साध्य और सरल भी है।
  • 20:4 विधि - इसमें 20 घंटे उपवास और केवल 4 घंटे का भोजन काल होता है (जैसे दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक)। यह तरीका गहन ऑटोफैगी (कोशिकाओं की मरम्मत प्रक्रिया) को सक्रिय करता है और तेजी से वसा जलने में मदद करता है। हालाँकि, इसे अपनाने के लिए अनुशासन और दृढ़ता की आवश्यकता होती है।
  • 5:2 आहार - इसमें सप्ताह के पाँच दिन सामान्य भोजन किया जाता है, जबकि दो गैर-लगातार दिनों में कैलोरी सेवन 500-600 तक सीमित रखा जाता है। यह तरीका लचीलापन प्रदान करता है और वजन घटाने के साथ-साथ चयापचय (metabolism) स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है।
  • वैकल्पिक दिवस उपवास (ADF) - इस विधि में एक दिन सामान्य भोजन और अगले दिन लगभग 500 कैलोरी का सीमित सेवन किया जाता है। यह दीर्घकाल में कैलोरी सेवन घटाने और इंसुलिन संवेदनशीलता सुधारने के लिए प्रभावी माना जाता है।
  • ओएमएडी (दिन में एक भोजन) - सबसे प्रतिबंधात्मक पद्धति, जिसमें पूरे दिन की कैलोरी केवल एक ही भोजन में ली जाती हैं। यह तरीका वज़न घटाने और रक्त शर्करा नियंत्रण जैसे उपवास के फायदों को अधिकतम करता है, लेकिन लंबे समय तक इसे बनाए रखना कठिन हो सकता है। साथ ही, इसमें पोषक तत्वों की सावधानीपूर्वक योजना बनाना आवश्यक है (2).
हर उपवास विधि के अपने लाभ हैं, इसलिए अपनी जीवनशैली, ऊर्जा आवश्यकताओं और स्वास्थ्य लक्ष्यों के अनुसार उपयुक्त विधि चुनना ज़रूरी है। आंतरायिक उपवास के बारे में अधिक जानने के लिए पढ़ें

आंतरायिक उपवास के लाभ

आंतरायिक उपवास केवल वज़न घटाने तक सीमित नहीं है-यह कई वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित स्वास्थ्य लाभ भी प्रदान करता है:

  • वजन घटाना और वसा जलाना - वसा ऑक्सीकरण को बढ़ावा देता है, चयापचय को तेज करता है और कैलोरी सेवन को कम करता है।
  • इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार - रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करता है और टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को घटाता है।
  • सूजन में कमी - ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करता है, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और रोगों की रोकथाम में सहायक होता है।
  • कोशिका मरम्मत और ऑटोफैगी- क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को हटाने, उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करने और बीमारियों को रोकने में सहायता करता है।
  • बेहतर मस्तिष्क कार्य- संज्ञानात्मक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और न्यूरोडीजेनेरेटिव रोगों के जोखिम को कम करता है।
  • हृदय स्वास्थ्य- कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को नियंत्रित करता है, जिससे हृदय रोग का खतरा घटता है।
  • दीर्घायु और एंटी-एजिंग- उम्र से संबंधित बीमारियों को कम करके जीवनकाल बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
आंतरायिक उपवास के लाभों के बारे में

किसे उपवास से बचना चाहिए या विशेष सावधानी बरतनी चाहिए ?

अंतरालीय उपवास के कई लाभ हैं, लेकिन यह सभी के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। आईएफ (इंटरमिटेंट फास्टिंग) शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना ज़रूरी है, खासकर यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं, खाने-पीने के विकारों का इतिहास है, या मधुमेह, निम्न रक्तचाप, या रक्त शर्करा नियंत्रण संबंधी समस्याओं जैसी स्थितियों से पीड़ित हैं जिनके लिए चिकित्सकीय देखरेख की आवश्यकता होती है (4)।

जिन लोगों को भोजन के साथ दवाइयाँ लेनी पड़ती हैं, साथ ही बच्चों और किशोरों जैसे बढ़ती पोषण संबंधी ज़रूरतों वाले व्यक्तियों को उपवास से बचना चाहिए या इसे शुरू करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।

इंटरमिटेंट फ़ास्टिंग(उपवास) शुरू करने के सुझाव

  1. हाइड्रेटेड रहें: डिहाइड्रेशन और थकान से बचने के लिए पर्याप्त पानी पिएँ। हर्बल चाय और ब्लैक कॉफ़ी (बिना शक्कर) भी अच्छे विकल्प हैं।
  2. धीरे-धीरे शुरुआत करें: सीधे 16:8 जैसे लंबे फ़ास्टिंग पैटर्न पर न जाएँ। शुरुआत में 12:12 या 14:10 शेड्यूल अपनाएँ और धीरे-धीरे समय बढ़ाएँ।
  3. संतुलित तरीके से उपवास तोड़ें: ऊर्जा और तृप्ति बनाए रखने के लिए प्रोटीन, स्वस्थ वसा और फाइबर से भरपूर पौष्टिक भोजन चुनें।
  4. अपने शरीर की सुनें: अगर अत्यधिक थकान, कमजोरी या चक्कर महसूस हों, तो उपवास विधि को लचीला रखें और ज़रूरत पड़ने पर ब्रेक लें।
  5. नींद और गतिविधि पर ध्यान दें:उपवास के फ़ायदों को बढ़ानेॉ के लिए पर्याप्त नींद लें और हल्के व्यायाम जैसे पैदल चलना, स्ट्रेचिंग या योग शामिल करें। (5)

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. आंतरायिक उपवास कैसे काम करता है?

आंतरायिक उपवास (Intermittent Fasting – IF) उपवास और भोजन के समय को बारी-बारी से अपनाने पर आधारित है। जब शरीर कुछ समय तक भोजन नहीं करता, तो वह अपने ग्लाइकोजन भंडार का उपयोग कर लेता है और फिर ऊर्जा के लिए वसा जलाने लगता है। यह प्रक्रिया वजन घटाने में मदद करती है, इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करती है और समग्र चयापचय स्वास्थ्य को बढ़ावा देती है। 16:8 या 5:2 जैसी विभिन्न उपवास विधियाँ, अलग-अलग जीवनशैलियों और लक्ष्यों के अनुरूप होती हैं।

2. क्या मैं उपवास के दौरान पानी या कॉफ़ी पी सकता/सकती हूँ?

हाँ, उपवास के दौरान आप पानी, ब्लैक कॉफ़ी, ग्रीन टी या हर्बल चाय जैसे शून्य-कैलोरी पेय पी सकते हैं। ये पेय आपको हाइड्रेटेड रखते हैं, वसा जलाने में सहायता करते हैं और भूख को नियंत्रित करने में भी मदद करते हैं। हालाँकि, दूध, क्रीम या चीनी वाले पेय से बचना चाहिए क्योंकि ये उपवास को तोड़ सकते हैं।

3. क्या आंतरायिक उपवास मेरे चयापचय को धीमा कर देगा?

नहीं, अल्पकालिक उपवास वास्तव में चयापचय को बढ़ा सकता है। यह नॉरएपिनेफ्रिन के स्तर को बढ़ाता है, जो शरीर में संग्रहीत वसा को ऊर्जा के रूप में उपयोग करने में मदद करता है। अध्ययनों से पता चलता है कि 48 घंटे तक का उपवास चयापचय को बढ़ा सकता है। हालाँकि, लंबे समय तक अत्यधिक कैलोरी की कमी से मांसपेशियों की हानि हो सकती है और धीरे-धीरे चयापचय धीमा पड़ सकता है।

4. आंतरायिक उपवास किसे नहीं करना चाहिए?

आईएफ गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं, खाने-पीने के विकारों, मधुमेह के इतिहास वाले व्यक्तियों, या उन दवाओं का सेवन करने वालों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है जिनके अवशोषण के लिए भोजन की आवश्यकता होती है। निम्न रक्तचाप या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं वाले लोगों को भी उपवास शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए, क्योंकि उपवास ऊर्जा के स्तर और पोषक तत्वों के सेवन को प्रभावित कर सकता है

5. परिणाम देखने में कितना समय लगता है?

आंतरायिक उपवास के परिणाम व्यक्ति-दर-व्यक्ति भिन्न होते हैं। यह आपके आहार, शारीरिक गतिविधि, नींद और चयापचय (Metabolism) जैसे कारकों पर निर्भर करता है। कुछ लोग 2–4 सप्ताह में ऊर्जा स्तर और भूख नियंत्रण में सुधार महसूस करते हैं, जबकि वजन या स्वास्थ्य से जुड़े महत्वपूर्ण परिणाम देखने में कुछ महीने लग सकते हैं।

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