Dr. Reeja Tharu द्वारा लिखित | Shaila Shroff द्वारा समिक्षित लेख on Apr 10 2017 6:42AM
कारण
- चोट
- आघात
- पुरानी आदते:
- अंगूठा चूसना
- मुँह से साँस लेना
- चुसनी का उपयोग
- अपर्याप्त मौखिक स्वच्छता या दांत में कीड़ा लगना
- बेमेल जबड़ा या दांत
- अनुवांशिक कारक ।
लक्षण
- दर्द
- रक्त हानि या स्राव (रिसना) होना
- कमजोरी महसूस करना ।
उपचार
आपातकालीन स्थिती के आधार पर दंत चिकित्सक की मदद लें। गिरते दांत को फिर से लगाने के लिए, इन चरणों का पालन करें-
- ऊपर से गिरते दांत को धीरे से दबाएं
- जड़ों को न छूएं
- दांत को धीरे से धोये
- मुँह में बहुत पानी ना रखे
- कोटर में दाँत को लगाने की कोशिश करें
- यदि आप प्रतिस्थापित नहीं कर सकते, तो इसे दूध या अपनी लार में रखें
- आप इसे नमकीन पानी के मिश्रण में भी रख सकते हैं- एक सेर के लगभग (1क्वार्ट) पानी में 1/4 छोटी चम्मच नमक मिलायें ।
रोकथाम
- खेल के दौरान मुंह पट पहनें या ढ़क कर रखे
- जल्द से जल्द मसूढ़ो के रोग का इलाज करें
- नियमित रूप से ब्रश या दातौन करे या दंत धागे (फ्लॉसिंग) के द्वारा दांतों का ख्याल रखे
- एंटीसेप्टिक या कीटाणु रोधक द्रव्य से मुंह को नियमित रूप से धोयें ।