Dr. Lakshmi Venkataraman द्वारा लिखित | Shaila Shroff द्वारा समिक्षित लेख on Feb 15 2023 4:51AM
एंडोमेट्रियोसिस - शब्दावली
एंडोमेट्रियम:
गर्भाशय की लाइनिंग को एंडोमेट्रियम कहते हैं। जब ओवरी, बाउल और पेल्विस की लाइनिंग के ऊतकों (टिश्यू) पर एंडोमेट्रियल टिश्यू विकसित होने लगते हैं, तब एंडोमेट्रियोसिस की समस्या उत्पन्न होती है।
एंडोमेट्रियोसिस: एंडोमेट्रियोसिस महिलाओं में होने वाली गर्भाशय से संबंधित एक बिनाईन (रक्षक) समस्या है, जिससे उन्हें तेज दर्द होता है। इसमें गर्भाशय के अंदर के टिश्यू(ऊतक) बढ़कर गर्भाशय के बाहर निकलने और फैलने लगते हैं। धीरे-धीरे ये फैलोपियन ट्यूब और अंडाशय के बाहरी और अंदरूनी हिस्सों में जैसे कि मूत्राशय, आंत्र, योनी, मलाशय और पेट के सर्जिकल निशान में भी फैलने लगते हैं।
एस्ट्रोजेन: अंडाशय में उत्पादित एक हार्मोन।
डिंबवाही नलियाँ (फैलोपियन ट्यूब):
स्त्री या मादा पशु के शरीर में दो नलियाँ जिनमें से होकर अंडा या डिंब, अंडाशय से गर्भाशय तक पहुँचता है।
गोनैडोट्रोपिन- रिलीजिंग हार्मोन एगोनिस्ट: - जो महिलाएं गर्भवती होना चाहती हैं, उसके लिए गोनैडोट्रोपिन रिलीजिंग हार्मोन (GnRH) एगोनिस्ट दवाई दी जाती हैं। यह दवा शरीर को अंडोत्सर्ग (ओव्यूलेशन), मासिक धर्म चक्र के विकास के लिए बनने वाले हार्मोन को बनने से रोकती है। जिस से एक अस्थायी रजोनिवृत्ति (मैनोपॉज़) जैसी स्थिति बनती है। जैसे ही दवाईयाँ बंद की जाती हैं माहवारी वापस आ जाती है और महिला के गर्भवती होने की संभावना बढ़ जाती है।
बांझपन: मूलरूप में संतानोत्पत्ति की स्थायी अक्षमता की अवस्था है को बाँझपन कहते हैं। दंपति द्वारा लगातार प्रयास करते रहने के बाद अगर गर्भधारण नहीं होता तो उसे बन्ध्यता या अनुर्वरता कहते हैं।अधिकतर पुरूषों में कमजोर वीर्य होने से गर्भधारण नहीं हो पाता, जिसका आसानी से उपचार हो सकता हैं ।
डिसमेनोरिया: मासिक धर्म के समय निचले पेट के निचले हिस्से में होने वाला तेज दर्द या ऐंठन।
डिस्पेर्यूनिया: संभोग के समय या बाद में होने वाला भयंकर दर्द।
लेप्रोस्कोपी: यह एक परीक्षण हैं, जिसमें सामान्य एनेस्थीसिया के तहत, एक पतला तार वाला उपकरण, जिसमें एक कैमरा बाहर लगा रहता हैं, उसे एक छोटे से चीरे के माध्यम से उदर गुहा में डाल कर, कैमरे से एंडोमेट्रियोसिस का स्थान, सीमा और आकार के बारे में जानकारी ली जाती है।
मलाशय: पाचन तंत्र का सबसे निचला हिस्सा जो बाहरी हिस्से से जुड़ा होता है शरीर गुदा के माध्यम से।
स्टेम सेल: स्टेम कोशिकाएँ शरीर का कच्चा माल हैं या यह कहे कि ये विशेष कोशिकाएं हैं, जो कोशिकाओं के वंश को जन्म देती हैं। इन कोशिकाएँ से विशिष्ट कार्यों वाली अन्य सभी कोशिकाएँ उत्पन्न होती हैं, विशेष रूप से अस्थि मज्जा और विभिन्न प्रकार की रक्त कोशिकाएं। ये स्टेम कोशिकाएँ विभाजित होकर और अधिक कोशिकाएँ बनाती हैं जिन्हें संतति कोशिकाएँ कहा जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार इन कोशिकाओं को शरीर की किसी भी कोशिका की मरम्मत के लिए इनका प्रयोग किया जा सकता है।
गर्भाशय-उच्छेदन: एक ऑपरेशन जिसमें गर्भाशय को हटा दिया जाता है।
छिद्रहीन योनिच्छद (इम्पेरफोरेट हाइमन) : योनि के मुख को ढकने वाली एक झिल्ली जिसमें कोई छिद्र नहीं होता, यह हाइमन के पूरे क्षेत्र में फैली हुई होती है, जो योनि के मार्ग कोअवरुद्ध
करती है। मामूली सी सर्जरी से इसे आसानी से ठीक किया जा सकता है।
यीस्ट या खमीर संक्रमण (Frequent yeast infections) : इसे यीस्ट या खमीर संक्रमण कहा जाता है, क्योंकि कैंडिडा
एल्बिकांस नामक जिस फंगस की वजह से यह होता है उसे आमतौर पर यीस्ट कहा जाता है। वैजाइना में यीस्ट और बैक्टीरिया हो जाने के कारण वैजाइनल इंफेक्शन हो जाता है।